अब्राहम लिंकन जी की जीवनी
Abraham LincoIn Biography in hindi
Abraham LincoIn Biography in hindi | अब्राहम लिंकन जी की जीवनी
बुधवार, 17 अक्तूबर 2018
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पूरा नाम अब्राहम थॉमस लिंकन
जन्म 12 फरवरी, 1809
जन्मस्थान केंटुकी (अमेरिका)
पिता थॉमस लिंकन
माता नेन्सी
शिक्षा वकालत
विवाह मेरी टॉड के साथ (1842 मे)
अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16 राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल 1861 के बीच रहा था। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय अब्राहम लिंकन को ही जाता हैं। अब्राहम लिंकन का जन्म एक अश्वेत परिवार में हुआ था। इन्होने अमेरिका को गृह युद्ध के संकट से निकाला था। लिंकन रिपब्लिक पार्टी से थे। लिंकन का जीवन काफी मुश्किल से भारा था। अब्राहम लिंकन ने अपने जीवन में काफी संकट झेला हैं। उन्होंने बहुत सारे काम किये लेकिन वह एक के बाद एक असफल हो रहे थे। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और मेहनत करते रहे और एक दिन 1860 में अमेरिका के राष्ट्रपति बन गए।
अब्राहम लिंकन प्रारंभिक :
अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फ़रवरी ,1809 केंटकी (अमेरिका )में हुआ था उनका नाम अब्राहम थॉमस लिंकन था उनके पिता एक किसान थे। अब्राहम की एक बड़ी बहन सारह और एक छोटा भाई थॉमस था जिनकी बचपन में ही मृत्यु हो गई।
अब्राहम कभी स्कूल गए ही नहीं वे खुद ही पढ़ना लिखना सीखे ,और वकील बने। वे वकील बनने से पहले विभिन प्रकार की नौकरिया क और धीरे धीरे राजनीती की ओर मुड़े। लिंकन का शुरुवाती जीवन तकलीफ से बिता। जमीन के विवाद के समय सन 1817 में लिंकन को केंटुकी से इंडिआना के पैरी काउंटी में आना पड़ा ,जहा उनका परिवार बहुत ही मुस्किलो में रह रहा था , थॉमस ने एक जमीन ख़रीदा 1830 में अब्राहम अपने परिवार के साथ मैकन काउंटी में रहने चले गए। वे यहाँ आकर मजदूरी का काम लगे सन 1837 अब्राहम लिंकन ने राजनीती की ओर कदम बढ़ाया।
अब्राहम लिंकन का राष्ट्रपति जीवन :
4 मार्च 1861 में लिंकन ने राष्टपति पद की सपथ ली | लिंकन के दासप्रथा के विरोधी होने के कारण विरोध की आग बढ़ने लगी | और अमेरिका में युद्ध छिड़ गया . जिसे बहुत ही मेहनत करके लिंकन ने ४ साल में जीता | पर इन ४ साल में युद्ध सञ्चालन में इतनी शक्ति खर्च हो गयी की लिंकन बहुत दुर्बल हो गए उनका 40 पोंड वजन घट गया |
विचार:
•तुम जो भी हो, नेक बनो.
•मैं एक धीमी गति से चलता ज़रूर हूँ, लेकिन कभी वापस नहीं चलता
•अगर एक बार आप अपने नागरिकों (जनता) का भरोसा तोड़ दें, तो आप फिर कभी उनका सम्मान और आदर नहीं पा सकेंगे.
•निश्चित कर लो कि तुम्हारे पैर सही जगह पर पड़े हैं तब सीधे खड़े हो.
•यदि शांति चाहते हो तो लोकप्रिय होने से बचो.
•साधारण दिखने वाले लोग ही दुनिया के सबसे अच्छे लोग होते हैं : यही वजह है कि ईश्वर ऐसे ही बहुत से लोगों का सृजन करते हैं.
•हमेशा ध्यान में रखिये कि आपके द्वारा सफल होने का लिया गया संकल्प किसी भी अन्य संकल्प से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है.
•एक पेड़ काटने के लिए आप मुझे 6 घंटे दें और मैं पहले 4 घंटे अपनी कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाऊंगा।
अब्राहम लिंकन की मृत्यु:
4 मार्च 1864 को लिंकन को दुबारा अमेरिका का राष्टपति चुना गया | इसके एक महीने बाद १४ अप्रैल को गृह युद्ध पर विजय के उपलक्ष में एक आयोजन रखा गया . वहां पर ष्टयन्त्रकार्यों ने धोखे से लिंकन पर गोली चला दी और लिंकन की मृत्यु हो गयी |
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posted by vikash yadav
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