Anne frank biography in hindi : ऐनी फ्रैंक का जीवन परिचय | Anne frank wikipedia hindi
Anne frank biography in hindi : ऐनी फ्रैंक का जीवन परिचय | Anne frank wikipedia hindi
Anne frank story in hindi:
मशहूर लड़की जिसने मात्र 15 साल की उम्र में अपनी डायरी (Diary of a young Girl) से पूरी दुनिया जीत ली। जो हमेशा सभी लड़की/औरतों के दिल पर राज करने वाली और कभी ना मरने वाली लड़की है। जिसे आज पूरी दुनिया उसकी लिखी डायरी के बजह से जानती है। जिसकी पूरी दुनिया में करोड़ों कॉपीज बिकी। जो 20th सेंचुरी की सबसे महान किताबों में से एक मानी जाती है।
यह डायरी नाजिओं के द्वारा यहूदियों पर किये गए अत्याचारों का जीता जागता सबूत है। यह डायरी बहुत से नाटकों और मूवीज का आधार और प्रेरणा-स्त्रोत भी बनी। ऐन हमेशा कहती थीं कि “डायरी के पन्नों में बहुत अधिक धेर्य होता है, बजाह लोगों के”। हम आशा करते हैं की आप Anne Frank in hindi | ऐन फ्रैंक कौन हैं? के बारे में जानेंगे और अंत तक पढकर सभी रोचक तथ्यों को जानोगे जो शायद आपको ना पता हों।
बता दें की ऐन फ्रैंक सबसे कम उम्र दराज लेखिका थीं। जिन्हें लिखना पसंद था। जो लेखिका बनाना चाहती थीं। लेकिन ऐन को क्या मालूम था कि वह अपनी मौत के बाद पूरी दुनिया में सबसे मशहूर लेखिका बन जाएगी।
ऐन फ्रैंक की जीवनी: Anne frank biography in hindi
ऐन फ्रैंक (Anne Frank) का जन्म 12 जून सन 1929 को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट शहर में हुआ था। वह एक यहूदी थी। जब वह 4 साल की थी तभी जर्मनी पर नाजियों का नियंत्रण हो गया था। इसी कारण उन्होंने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा नीदरर्लैंड के एम्सटर्डम में और उसके नजदीक ही बिताया। और जिनकी म्रत्यु मात्र 15 वर्ष की आयु में ‘बैर्गेन बेलसेन के एक यातना शिविर’ में टायफस फीवर, भूख, कमजोरी और यातना के कारण हुई। जो पूरी दुनिया को मौत के बाद भी जीना सिखा गई। वह एक डायरी लेखिका (Diarist) और साधारण लेख-निबंध के लिए प्रारम्भ से ही प्रतिबद्ध थीं।
Anne frank biography in hindi : ऐनी फ्रैंक का जीवन परिचय | Anne frank wikipedia hindi
ऐन जिस डायरी में लिखती थीं। वह उनकी सबसे अच्छी दोस्त थी। दोस्त इसलिए भी थी क्योंकि जिन परस्थितियों में वो थीं, वहां ज्यादा लोग नहीं थे; जिन्हें वो दोस्त बना सके जिनसे वो घुल-मिल सके, कुछ लोगो के अलावा। इसी कारण उन्होंने इस डायरी को अपनी सबसे अच्छी सहेली बना लिया और उस डायरी को वह किटी बुलाती थी। उससे बातें करती थीं और इन्होने डायरी में अपने जीवन में घटने वाली हर एक घटना को उतारा है। जिसमे ये तो बिलकुल भी नहीं लगता की यह लेख एक 13 साल की लड़की ने लिखा है। जिसमे उसने गहरे जज्बातों और विचारों को बड़ी सटीकता से उतारा (लिखा) है।
ऐन फ्रैंक की डायरी: Anne Frank diary in hindi
उन्होंने अपनी डायरी में लिखा था –
“मैं परेशानियों के बारे में कभी नहीं सोचती, बल्कि उन अच्छे पलों को याद करती हूँ जो अब भी बाकी हैं।”
“मैं उन औरतों जैसा जीवन जीने के बारे में सोच भी नहीं सकती, जो अपना काम करती रह जाती हैं । और भुला दी जाती हैं । मैं इस तरह का जीवन नहीं जीना चाहती, जैसा की ज्यादातर लोग जीते हैं । मैं एक ऐसा जीवन जीना चाहती हूँ. जिससे दुसरे लोगों को फायदा हो; उनको भी जिनसे मैं नहीं मिली। मैं मरने के बाद भी जीना चाहती हूँ।”
रोचक तथ्य (Facts about Anne Frank)
1. ऐन फ्रैंक एक जर्नलिस्ट और और मशहूर लेखक बनना चाहती थीं। और अपनी ज़िन्दगी में कुछ बड़ा करना चाहती थीं।
2. नाजियों के डर से 6 जुलाई, 1942 को फ्रैंक फॅमिली ने एम्सटर्डम में छिपने का फैसला किया, और वो एक बिल्डिंग के अंदर सीक्रेट अपार्टमेंट में छिप गये। वो अपार्टमेंट उस कंपनी का ‘वेयर-हाउस’ था जहाँ ऐन के पिता कार्य करते थे। उसी अपार्टमेंट को बाद में ‘सीक्रेट एनेक्स‘ (seccret annex) कहा गया। जिसके ठीक 24 दिन पहले ही ऐन 13 साल की हुई थी। ऐन को जन्मदिन के मौके पर उनके पिता ने उन्हें कई गिफ्ट दिए जिसमे लाल और सफ़ेद चोखाने वाली वो डायरी भी थी। जिसकी आज हम चर्चा कर रहे हैं।
3. इस ‘सीक्रेट एनेक्स’ में ऐन और उसकी फॅमिली ने 2 साल 35 दिन बिताये। इसी दौरान ऐन ने अपनी डायरी को लिखा था।
4. जिस ‘सीक्रेट एनेक्स‘ में फ्रैंक फॅमिली छुपी थी; उनके अलावा उसमे 4 लोग और छुपे हुए थे।
5. 4 अगस्त 1944 को नाजियों ने ‘सीक्रेट एनेक्स’ मे छुपी फ्रैंक फॅमिली को ढूंड लिया। नाजियों ने उन्हें एम्सटर्डम से आस्विज यातना शिविर (Auschwitz Concentration Camp) में भेज दिया। आस्विज शहर पहुंचकर पुरुषों को तो महिला और बच्चो से बिलकुल ही अलग कर दिया जाता था। इसी कारण ऐन के पिता ओट्टो फ्रैंक जल्दी ही अपनी फॅमिली से अलग हो गये। लेंकिन ऐन, उनकी बहन और उनकी माँ आस्विज नजरबंदी शिविर में एक साथ ही रहे। थोड़े दिनों के बाद उनकी बहन मर्गोत फ्रैंक (Margot frank) और उनको अपनी माँ से भी अलग कर दिया गया। और दोनों बहनों को ‘बैर्गेन बेलसेन कॉन्सनट्रेशन कैंप’ (Bergen Belsen Concentration Camp) में भेज दिया गया। जहाँ दोनों बहनों की दर्दनाक म्रत्यु हुई।
6. वह सभी लोग जो ‘सीक्रेट एनेक्स’ में छुपे थे। उनमे से ऐन के पिता ओट्टो फ्रैंक ही अकेले ऐसे व्यक्ति थे जो यातना शिविर (consentraton camp) से जीवित वापिस आये। वापिस आने के बाद उनको जानकारी मिली कि उनकी दोनों बेटियां और पत्नी अभी जीवित नहीं हैं।
Anne frank biography in hindi : ऐनी फ्रैंक का जीवन परिचय | Anne frank wikipedia hindi
7. मीप गीस (Miep Gies) जो ‘फ्रैंक फॅमिली’ की काफी करीबी दोस्त थी। जो यहूदी नहीं थी। जब ‘फ्रैंक फॅमिली’ सीक्रेट एनेक्स में रह रही थी, उस दौरान मीप गीस अपनी जान कोखिम में डालकर फ्रैंक फॅमिली के लिए जरूरी चीजें खाना आदि लेकर आती थी। जब नाजिओं ने ‘फ्रैंक फॅमिली’ को पकड़ लिया। उसके बाद मीप गीस ‘सीक्रेट एनेक्स’ में आई और उसने पड़ा वहां पड़ा सारा सामान को रख लिया; जिसमे ऐन की डायरी भी थी। जब ऐन के पिता यातना शिविर से वापिस लोटे, तब मीप गीस ने ऐन की डायरी उन्हें दे दी। ओट्टो फ्रैंक के दोस्तों ने उनसे कहा की उन्हें अपनी बेटी की डायरी पब्लिश करनी चाहिए। उन्होंने ऐसा ही किया।
8. जब तक ऐन की डायरी मीप गीस के पास रही। तब तक मीप गीस ने उस डायरी का एक शब्द तक नहीं पड़ा था। डायरी पब्लिश होने के बाद ही मीप गीस ने उसे पड़ा। बाद में मीप गीस ने बताया कि अगर मैंने वो डायरी ओट्टो फ्रैंक को देने से पहले पड़ ली होती। तो मैंने उस डायरी को जला दिया होता क्योंकि ऐन ने उस डायरी में मेरा, मेरे पति का और उन सभी लोगो का जिक्र किया था, जिन्होंने सीक्रेट एनेक्स में छुपे सभी यहूदियों की मदद की थी। उन्होंने ये भी बताया इस कारण उन्हें नाजिओं द्वारा म्रयु दंड भी दिया जा सकता था।
9. यह भी माना जाता है कि यह डायरी बाइबिल (Bible) के बाद दूसरी सबसे ज्यादा पड़ी जाने वाली बुक है। ये दुनिया की सबसे प्रशिद्ध डायरी है। इसे 60 से भी अधिक भाषाओँ में ट्रांसलेट किया जा चुका है।
- एनी का जन्म जर्मनी में हुआ था। जब एनी 4 वर्ष की थी तब जर्मनी पर Nazi का नियंत्रण हो गया था। Nazi से बचने के लिए फ्रैंक परिवार जर्मनी छोड़कर नीदरलैंड आ गए लेकिन Nazi ने नीदरलैंड पर हमला करके वहां पर भी अपना कब्जा कर लिया। नीदरलैंड में सब यहूदी वहां फस चुके थे। Nazi यहूदियों को ढूंढ ढूंढ कर “Concentration Camp” भेज रहे थे।
- उसी दौरान फ्रैंक परिवार ने वहां पर छिपने का निर्णय किया और वे सब एक बिल्डिंग के अंदर छुप गए। उस अपार्टमेंट का नाम “Secret Annex” था। Secret Annex में इनके साथ चार और यहूदी छिपे हुए थे।
Anne frank story in hindi:
- Secret Annex मे छिपने से 24 दिन पहले ही एनी 13 साल की हुई थी। उनके पिता ने उन्हें उपहार में एक डायरी दी थी। 6 जुलाई 1942 को एनी और उसका परिवार Secret Annex मे छिपा था। यहां उन्होंने 2 वर्ष 35 दिन बिताए। इन्हीं 2 वर्ष के दौरान एनी ने अपनी डायरी लिखी थी।
- 4 अगस्त 1944 को Nazi ने Secret Annex छिपी फ्रैंक फैमिली को ढूंढ लिया और उन्हें “Auschwitz Concentration” मे भेज दिया| यहां पहुंचने पर पुरुषों और महिलाओं को ,बच्चों से एकदम अलग कर दिया जाता था। एनी के पिता जल्द ही अपने परिवार से अलग हो गए लेकिन एनी, उसकी बड़ी बहन और मां काफी समय तक कैंप मेंं इकट्ठे रहे। वहां उनसे काफी मुश्किल काम करवाया गया। कुछ समय बाद ऐनी फ्रैंक व उसकी बहन को, मां से अलग कर दिया गया और दोनों बहनों को “Bergen Belsen Concentration Camp” मे भेज दिया गया। जहां पर दोनों की मृत्यु हुई।
- आज तक पता नहीं चल पाया कि वह कौन शख्स था जिसने एनी व उसके परिवार के साथ विश्वासघात किया था। वह शख्स जानता था कि एनी और उसका परिवार कहां छिपा है। उसने ही जर्मन अथॉरिटी को उनके छिपे होने की खबर दी थी।
- वह Nazi अफसर जिसने एनी और उसके परिवार को Secret Annex से गिरफ्तार किया था उसका नाम “Karl Silberbaver” था। जब द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हुआ तब उसनेे यह स्वीकारा था कि उसने एनी की किताब इस आशा के साथ खरीदी थी की एनी ने अपनी किताब में उसका नाम शामिल किया हो गा लेकिन “Karl” को मायूस होना पड़ा।
- जब Karl ने “Secret Annex” पर धावा बोला और फ्रैंक परिवार का सारा कीमती सामान व पैसा जप्त कर लिया। लेकिन कुछ पेपर और नोटबुक को गैर जरूरी समझते हुए जमीन पर फेंक दिया। उसमें एनी फ्रैंक की डायरी भी थी। बाद में जब एनी की डायरी छपी तब एक रिपोर्टर ने उनसे से पूछा कि क्या आपने एनी की किताब पढ़ी है तो रिपोर्टर ने कहा कि हां एक हफ्ता पहले ही मैंने उस किताब को खरीदा था। रिपोर्टर ने कहा कि आप उसे पढ़ने वाले पहले व्यक्ति बन सकते थे। इस पर Karl ने हंसते हुए जवाब दिया कि– काश मुझे उस diary को जमीन से उठा लेना चाहिए था।
- जब एनी की डायरी छपी तब हजारों लोग उस जगह को देखने जाने लगे जहां एनी और उसके परिवार ने छिप कर अपना समय बिताया था। 1960 में उस पूरी बिल्डिंग को एक म्यूजियम के रूप में बदल दिया गया। अब उसे “Anne frank house” कहा जाता है। आज भी हर वर्ष लाखों लोग म्यूजियम को देखने आते हैं।
- सभी 8 लोग जो Secret Annex में छिपे थे उनमें से एनी के पिता ही अकेले ऐसे व्यक्ति थे, जो Concentration Camp से जिंदा वापस लौट कर आए थे। Concentration Camp से वापस लौट कर उन्हें जानकारी मिली कि उनकी पत्नी व दोनों बेटियां मर चुकी है।
- एनी की बड़ी बहन “Morget frank” ने भी एक डायरी लिखी थी लेकिन उसे कभी ढूंढा नहीं जा सका।
- Miep Gies फ्रेंड परिवार की काफी करीबी दोस्त थी। जब फ्रैंक व उसका परिवार “Secret Annex” में छिप कर रह रहे थे तब Miep अपनी जान जोखिम में डालकर फ्रैंक परिवार के लिए खाना वह जरूरत का सामान लेकर आती थी। जब Nazi ने फ्रैंक परिवार को गिरफ्तार कर लिया तब बाद में Miep वहां पड़ा सारा सामान उठा कर अपने घर ले लाई जिसमें एनी की लिखी डायरी भी थी। जब एनी के पिता कैंप से वापस लौटे तो Miep ने फ्रैंक की डायरी उन को सौंप दी। एनी के पिता ने वह डायरी प्रकाशित करा दी।
- जब तक एनी की डायरी, Miep के पास रही तब तक Miep ने उस डायरी का एक शब्द भी नहीं पड़ा था। डायरी छपने के बाद ही Miep ने उसे पढ़ा और कहा कि अगर मैंने वह डायरी Auto frank को देने से पहले पढ़ ली होती तो मैं उस डायरी को जला देती क्योंकि उस डायरी में, मेरा और मेरे पति का जिक्र किया गया था कि हमने “Secret Annex” मे छिपे यहूदियों की मदद की थी। इसकी वजह से Nazi द्वारा हमें मृत्यु दंड दिया जा सकता था।
- एनी के पिता ने एक बार पुरानी बातों को याद करते हुए कहा कि मेरे लिए यह डायरी पढ़ना बहुत मुश्किल हो रहा था क्योंकि दुख भरी यादें मुझ पर हावी हो रही थी। एनी की बातें पढ़ कर मुझे एहसास हुआ कि यह वह एनी नहीं है जिसे मैं अपनी बेटी के रूप में जानता था मुझे उस बच्ची के गहरे विचारों व जज्बातों का कोई अंदाजा नहीं था।
- वैसे तो एनी की फोटो इंटरनेट पर बहुत मिल जाएंगी, लेकिन एनी की असली फोटो की बात करें तो वह एक ही थी, जिसमें एनी 4 सेकंड के लिए नजर आती है। जिसमे एक बार एनी के पड़ोसी की शादी के लिए फोटो शूट हुआ था जिसमें एनी खिड़की से नए शादी शुदा जोड़े को देखने की कोशिश कर रही है। द्वितीय विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद यह फोटो उस शादीशुदा जोड़े ने “Anne frank Museme” को सौंप दी थी।
- नेलसन मंडेला जब जेल में थे तो उन्होंने एनी की डायरी पड़ी, जिससे उन्हें बहुत हिम्मत व आशा मिली थी। 1994 को मंडेला को “Anne frank foundation” की तरफ से “Humanity Award” दिया गया था।
- एक बात एनी की डायरी पढ़ने सेे मालूम हुई कि एनी की अपनी मां के साथ बहुत ज्यादा अच्छे रिश्ते नहीं थे। उनके बीच अक्सर झगड़े होते थे। एनी अपने पिता के ज्यादा करीब थी। जबकि बड़ी बहन मां के ज्यादा करीब थी।
- ऐसा माना जाता है कि एनी कि यह डायरी बाइबल के बाद दूसरी सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली किताब है। यह दुनिया की सबसे मशहूर डायरी है। जिसका 70 से भी ज्यादा भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
- Concentration Camp के दिनों में एनी को अचानक राह चलते उन के दो दोस्त Nanette Blitz और Hannah Goslar मिल जाते हैं और दोनों ही एनी के स्कूल के दिनों की दोस्त थी। जो “Holo caust” से जिंदा बची थी और आज वह दोनों 91 साल की है।
- आज तक यह पता नहीं चल पाया कि “Concentration Camp” में कब और किस दिन एनी की मृत्यु हुई थी। Dutch Authority का यह मानना है कि शायद मार्च के महीने के आखिरी में एनी और मार्गो दोनों बहनों की मृत्यु हो गई होगी। उस समय मार्गो 19 वर्ष की और एनी 15 वर्ष की थी।
- 15 अप्रैल 1945 को ब्रिटिश आर्मी ने यह कैंप आजाद करवा दिया था दुख की बात यह है कि एनी की मृत्यु इससे कुछ हफ्ते पहले ही हो गई थी।
- एनी एक जनरलिस्ट और मशहूर लेखक बनना चाहती थी। एनी अपनी जिंदगी में कुछ महान करना चाहती थी। 5 अप्रैल 1944 को अपनी डायरी में एनी ने लिखा कि “मैं उन औरतों जैसा जीवन जीने के बारे में सोच भी नहीं सकती जो अपना काम करती रह जाती हैं। और भुला दी जाती हैं। मैं इस तरह का जीवन नहीं जीना चाहती जैसा ज्यादातर लोग जीते हैं। मैं एक जीवन जीना चाहती हूं जिससे दूसरे लोगों को फायदा हो, उनको भी, जिन से मैं नहीं मिली। मैं मरने के बाद भी जीना चाहती हूं।“
People ask about anne Frank:
आज यदि ऐन ये देख पाती की इतनी छोटी सी उम्र में उसने कितने लोगो को प्रेरित (inspire) किया है। तो शायद उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना न रहता।
अगर आज एनी यह देख पाए कि कितनी छोटी सी उम्र में उसने कितने लोगों को प्रभावित किया है तो शायद उसकी खुशी का कोई ठिकाना न रहे। एनी तुम ने कर दिखाया। तुम हमेशा जिंदा रहोगी ,जैसा कि तुम चाहती थी।
हम उम्मीद करते हैं कि आपको यह लेख बहुत ही जानकारी पूर्ण लगा होगा। जिसमे हमने Anne Frank in hindi | ऐन फ्रैंक कौन हैं? और उनके जीवन के खास पहलुयों के बारे में अच्छे से बताया है। यदि आप ऐसे ही और थथ्यों से भरपूर आर्टिकल्स पढना चाहते हैं। तो इस ब्लॉग को सब्सक्राइब करें। यदि आपको इस आर्टिकल से सम्बंधित कुछ भी कहना हो तो नीचे कमेंट करके जरूर बताएं।
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